Colours Name के इस आर्टिकल में हम कलर्स नेम को जानेंगे रंगों के बिना यह दुनिया की सजावट अधूरी है सोचो यदि रंग ना होते तो यह दुनिया कैसी दिखती है अब तो आप समझ ही गए होंगे रंग कितने महत्वपूर्ण होते हैं colours name in Hindi and English के आर्टिकल में हम 20 रंगों के नाम जानेंगे हम कलर्स नेेम के अतिरिक्त यह भी जानेंगे कि आखिर रंग कैसेे बनते है कौन सा रंग को कौन सेेे रंग में मिलाया जाए तो हमें कौन सााा रंग प्राप्त होता हैं लाल रंग को नीले रंग मिलाने पर कौन सा रंग प्राप्त होगा आइए देखते हैं
Colours Name Chart :
रंगों के नाम | colours name with hindi |
Colours name in Hindi-English :
English | Hindi |
---|---|
Yellow | पीला |
Green | हरा |
Black | काला |
Blue | नीला |
Sky Blue | आसमानी |
Red | लाल |
Brown | भूरा |
Rust | जंग रंग |
Clay | मिट्टी रंग |
Orange | नारंगी |
Purple | बैगनी |
Grey | धूमैला |
Beige | गहरा पीला |
Wheat | गेहूंआ रंग |
Golden | सुनहरा |
Silver | चांदी रंग |
Mint | पुदीना रंग |
Turquoise | फिरोजा |
Coral | मूंगा |
Peach | आडू रंग |
Pink | गुलाबी |
Lime | चूना रंग |
आइए अब हम जानतेे हैं रंग कैसे बनते हैं इसे समझनेेे के लिए पहलेे हमें रंगों केेे प्रकार समझना होगा
रंगों को निम्नलिखित तीन भागों में विभाजित किया गया है
1. प्राथमिक रंग ( Primary Colour) :
यह रंगों का सबसे मूल रंगों के समूह को कहते हैं अर्थात इसी से ही दुनिया के सभी रंग बनते हैं इसमें निम्नलिखित तीन रंग आते हैं
- Red colour : लाल रंग
- Yellow colour : पीला रंग
- Blue colour : नीला रंग
2. दुत्तीयक रंग ( Secondary colour) :
प्राथमिक रंगों को आपस में मिलाएं तो हमें द्वितीयक रंग प्राप्त होते हैं आइए जानते हैं कौन से प्राथमिक रंग कौन कौन से प्राथमिक रंग से मिलाया जाए तो हमें कौन सा द्वितीयक रंग मिलता है
- Red + Blue = green
- Red + Yellow = Orange
- Blue + Red = purple
3. तृतीयक रंग ( Tertiary Colour) :
जब हम प्राथमिक और द्वितीयक रंगों को आपस में मिलाते हैं तो हमें तृतीयक रंग प्राप्त होते हैं आइए देखते हैं
- Blue + Green = Mint ( पुदीना रंग )
- Yellow + Green = Lime ( चूना रंग )
- Red + Green = Brown ( भूरा रंग )
अभी हमने जाना किस रंग को किस रंग में मिलाया जाए तो कौन सा रंग प्राप्त होता है दोस्तों रंगों की भी अपना अलग महत्व होता है अब आप कुछ खास बातें जानेंगे ट्रैफिक सिग्नल मैं खतरे की लाइट लाल रंग की क्यों होती है स्कूल की बसें पीले रंग की क्यों बनाई जाती हैं आइये कुछ जानते हैं
रंगों के बारे में About colours :
- Red colour [ लाल रंग ] : लाल कलर कुछ अनूठा और खास रंग है अनुराग का रंग भी लाल होता है क्योंकि रक्त का रंग भी लाल होता है और इसके विपरीत क्रोध का रंग भी लाल होता है और खतरे का रंग भी लाल होता है दरअसल लाल रंग की तरंग धैर्य सभी रंगों में सबसे अधिक होती है अतः यह एक ऐसा रंग है जिसे दूर से ही देखा जा सकता है इसलिए तो ट्रैफिक लाइट मैं खतरे का रंग लाल होता है
- Green Colour ( हरा रंग ) : हरा रंग खुशहाली और हरियाली का प्रतीक है यह प्रकृति की सुंदरता का भी प्रतीक है हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अंतिम रंग हरा ही है यह मन को शांति प्रदान करता है
- Yellow Colour ( पीला रंग ) : यह ऐसा रंग है जो हमारी आंखों द्वारा सबसे जल्दी पहचाना जाता है इसीलिए स्कूल की बसें पीले रंग की ही बनाई जाती हैं
- Blue Colour ( नीला रंग ) : यह रंग धैर्य का प्रतीक है समुद्रों का रंग नीला होता है इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह रंग फलों और सब्जियों में बहुत कम देखने को मिलता है
- Purple Colour ( बैगनी रंग ) : लाल रंग के विपरीत इसकी तरंग धैर्य सबसे छोटी होती है यह रंग विलासता का प्रतीक है
आशा करते हैं आपको कलर्स नेम आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा
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